Write essay in hindi on this topic.
प्रिय छात्र हम आरंभ करके दे रहे हैं। आपसे अनुरोध है कि आप इसे विस्तारपूर्वक लिखिए। धन्यवाद।
लक्ष्य जितना अधिक ऊंचा होगा सफलता की मिठास उतनी अधिक होगी। इसके साथ ही पढ़ाई का दबाव भी उतना अधिक होगा। प्रत्येक बच्चेे की क्षमता अलग-अलग होती है। क्षमता के अनुरूप बच्चे पढ़ाई करते हैं, कुछ बच्चे लक्ष्य की प्राप्ति में इतना दबाव ले लेते हैं कि उनका मानसिक असंतुलन बढ़ जाता है। क्षमता से अधिक पढ़ाई का दबाव लेकर कई बच्चे मानसिक रोगी भी बन जातेे हैंं। इस प्रकार का दबाव किसी भी व्यक्ति केेेे लिए गलत है। कई बार पढ़ाई का दबाव मांं-बाप, रिश्तेदार या अन्य व्यक्ति द्वारा दिया जाता है, जो अनुचित है। कई बार बच्चे अपने माता-पिता को खुश करने के लिए पढ़ाई का अत्यधिक दबाव ले लेतेे हैं, किन्हीं कारणवश यह पूरा नहींं होने की स्थिति में बच्चा अपने को अपमानित महसूस करता हैै और मानसिक बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। पढ़ाई का दबाव किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। बच्चे को अपनी क्षमता अनुसार प्रयास करना चाहिए और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कोई दबाव नहीं लेना चाहिए ।
लक्ष्य जितना अधिक ऊंचा होगा सफलता की मिठास उतनी अधिक होगी। इसके साथ ही पढ़ाई का दबाव भी उतना अधिक होगा। प्रत्येक बच्चेे की क्षमता अलग-अलग होती है। क्षमता के अनुरूप बच्चे पढ़ाई करते हैं, कुछ बच्चे लक्ष्य की प्राप्ति में इतना दबाव ले लेते हैं कि उनका मानसिक असंतुलन बढ़ जाता है। क्षमता से अधिक पढ़ाई का दबाव लेकर कई बच्चे मानसिक रोगी भी बन जातेे हैंं। इस प्रकार का दबाव किसी भी व्यक्ति केेेे लिए गलत है। कई बार पढ़ाई का दबाव मांं-बाप, रिश्तेदार या अन्य व्यक्ति द्वारा दिया जाता है, जो अनुचित है। कई बार बच्चे अपने माता-पिता को खुश करने के लिए पढ़ाई का अत्यधिक दबाव ले लेतेे हैं, किन्हीं कारणवश यह पूरा नहींं होने की स्थिति में बच्चा अपने को अपमानित महसूस करता हैै और मानसिक बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। पढ़ाई का दबाव किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। बच्चे को अपनी क्षमता अनुसार प्रयास करना चाहिए और लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कोई दबाव नहीं लेना चाहिए ।