'yahan koichalta nahi, balki dodtha hai' - varthamansikshapranali aur badtiprativogitake chaltekya vidhyartiyonke jeevan par bhiukth panktilagu hoti hai? apne vichar vyakt kijiye

मित्र यह पंक्ति आज के शिक्षा प्रणाली पर बिल्कुल उपयुक्त होती है। शिक्षा प्रणाली में सभी आगे आने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। प्रतियोगिता इतनी बढ़ गई है कि बच्चे दिन-प्रतिदिन मेहनत करते रहते हैं। आज विद्यालय में दाखिले से लेकर नौकरी पाने तक विद्यार्थी को प्रतियोगिता से गुज़रना पड़ता है। इस प्रतियोगिता के लिए उन्हें दिन-रात एक करना पड़ता है। 

  • 1
What are you looking for?