Yamraj ki disha kavita ke dwara kavi kya sandesh dena chahta hai?
कवि ने इस कविता के माध्यम से मनुष्य को यह सोचने पर मजबूर किया है की वह किस ओर जा रहा है। उसके अनुसार जीवन-विरोधी शक्तियाँ चारों ओर फैलती जा रही है। कवि की माँ उसे जिस दक्षिण दिशा को मौत की दिशा बताती है। उसे स्वयं यह नहीं पता की आज यह दिशा सर्वव्यापक है। वह संदेश देता है कि मनुष्य स्वार्थ सिद्धि जैसी भावनाओँ को त्याग कर मानवता की ओर बढ़े। इस तरह वे समाज का कल्याण कर पाएगें।