Select Board & Class

Login

पत्र लेखन - औपचारिक पत्र

दिल्ली की लो फ्लोर बसों में आए दिन लगने वाली आग के संबंध में संपादक को पत्र लिखिए।

पताः..................
दिनांक:..............

सेवा में,
संपादक महोदय,
हिंदुस्तान टाइम्स,
कस्तूरबा गाँधी मार्ग, नई दिल्ली।

विषय: लो फ्लोर बसों में लगने वाली आग के संबंध में पत्र।


श्रीमान जी,
मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से लो फ्लोर बसों में लगने वाली आग की ओर प्रशासन और सरकार का ध्यान आकृष्ट करवाना चाहता हूँ।

दिल्ली सरकार ने दिल्लीवासियों को लो फ्लोर बसों का तोहफ़ा देकर जो वाहवाही बटोरी थी, वह उसके लिए जी का जंजाल बने हुए है। इन बसों को इसलिए सड़कों पर उतारा गया था कि दिल्लीवासियों को प्राइवेट बसों की मनमानी से बचाया जा सके। साथ में सुविधाजनक यात्रा का आनंद दिल्लीवासियों को दिलाया जा सके। वातावरण को प्रदूषण रहित बनाने में भी ये बसें सहायक हैं। परन्तु यह प्रसन्नता दिल्लीवासियों के लिए परेशानी का कारण बनने लगी है। ये सी.एन.जी बसें हैं। परन्तु इसमें प्रयोग होने वाली सी.एन.जी. किट में ज्यादातर आग लग जाती है। आम जनता के लिए यह मौत के सामान से ज्यादा कुछ नहीं हैं। अन्य विकल्प नहीं होने के कारण इनमें यात्रा करना उनकी मजबूरी बन गई है।

आपसे निवेदन है कि अपने समाचार पत्र में इसे प्रकाशित कर प्रशासन व सरकार का ध्यान दिलाएँ ताकि वे ऐसे उपाय करें, जिससे इस प्रकार की घटनाओं को होने से पहले ही रोका जा सके।

धन्यवाद,

भवदीय,

क.ख.ग

पताः..................
दिनांक:..............

सेवा में,
संपादक महोदय,
हिंदुस्तान टाइम्स,
कस्तूरबा गाँधी मार्ग, नई दिल्ली।

विषय: लो फ्लोर बसों में लगने वाली आग के संबंध में पत्र।


श्रीमान जी,
मैं आपके लोकप्रिय समाचार पत्र के माध्यम से लो फ्लोर बसों में लगने वाली आग की ओर प्रशासन और सरकार का ध्यान आकृष्ट करवाना चाहता हूँ।

दिल्ली सरकार ने दिल्लीवासियों को लो फ्लोर बसों का तोहफ़ा देकर जो वाहवाही बटोरी थी, वह उसके लिए जी का जंजाल बने हुए है। इन बसों को इसलिए सड़कों पर उतारा गया था कि दिल्लीवासियों को प्राइवेट बसों की मनमानी से बचाया जा सके। साथ में सुविधाजनक यात्रा का आनंद दिल्लीवासियों को दिलाया जा सके। वातावरण को प्रदूषण रहित बनाने में भी ये बसें सहायक हैं। परन्तु यह प्रसन्नता दिल्लीवासियों के लिए परेशानी का कारण बनने लगी है। ये सी.एन.जी बसें हैं। परन्तु इसमें प्रयोग होने वाली सी.एन.जी. किट में ज्यादातर आग लग जाती है। आम जनता के लिए यह मौत के सामान से ज्यादा कुछ नहीं हैं। अन्य विकल्प नहीं होने के कारण इनमें यात्रा करना उनकी मजबूरी बन गई है।

आपसे निवेदन है कि अपने समाचार पत्र में इसे प्रकाशित कर प्रशासन व सरकार का ध्यान दिलाएँ ताकि वे ऐसे उपाय करें, जिससे इस प्रकार की घटनाओं को होने से पहले ही रोका जा सके।

धन्यवाद,

भवदीय,

क.ख.ग

पता: ...............
दिनांक: ............

सेवा में,
संपादक महोदय,
नवभारत टाइम्स,
7, बहादुरशाह जफ़र मार्ग,
नई दिल्ली-110002

विषय: अपने क्षेत्र में बढ़ते अपराधों की रोकथाम हेतु पत्र।

श्रीमान जी,
मैं आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र द्वारा हमारे क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों की ओर ध्यान दिलाना चाहता हूँ। कृपया अपने समाचार पत्र में इसे उचित स्थान पर प्रकाशित करके अनुग्रहित करें।

मैं गोविंदपुरी क्षेत्र का निवासी हूँ। हमारे क्षेत्र में अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आम आदमी का घर से निकलना कठिन हो गया है। कभी मोटर साईकिल में सवार युवक औरतों की जंजीर छीनकर भाग जाते हैं। लोगों को चाकू की नोक पर लूट लिया जाता है। दिन-दहाड़े घर के ताले तोड़कर घरों में जमकर लूटपाट की जाती है। आए दिन हत्या के मामले प्रकाश में आ रहे हैं।

इस क्षेत्र के लोगों ने पुलिस अधिकारियों को इस विषय में सचेत करने का प्रयास भी किया था। परन्तु हमेशा उनके द्वारा इस मामले की अनदेखी की गई है। जनता स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है। पुलिस यदि इस तरह का व्यवहार करेगी, तो जनता किससे अपनी सुरक्षा की उम्मीद करेगी।

कृपया करके अपने समाचार पत्र में इस समस्या को प्रकाशित कर प्रशासन और सरकार दोनों का ध्यान इस ओर दिलवाने का प्रयास करें ताकि हमारा क्षेत्र इस समस्या से मुक्ति पा सके।

धन्यवाद,

भवदीय,
रजनीश

पता: ...............
दिनांक: ............

सेवा में,
संपादक महोदय,
नवभारत टाइम्स,
7, बहादुरशाह जफ़र मार्ग,
नई दिल्ली-110002

विषय: अपने क्षेत्र में बढ़ते अपराधों की रोकथाम हेतु पत्र।

श्रीमान जी,
मैं आपके लोकप्रिय समाचार-पत्र द्वारा हमारे क्षेत्र में बढ़ रहे अपराधों की ओर ध्यान दिलाना चाहता हूँ। कृपया अपने समाचार पत्र में इसे उचित स्थान पर प्रकाशित करके अनुग्रहित करें।

मैं गोविंदपुरी क्षेत्र का निवासी हूँ। हमारे क्षेत्र में अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आम आदमी का घर से निकलना कठिन हो गया है। कभी मोटर साईकिल में सवार युवक औरतों की जंजीर छीनकर भाग जाते हैं। लोगों को चाकू की नोक पर लूट लिया जाता है। दिन-दहाड़े घर के ताले तोड़कर घरों में जमकर लूटपाट की जाती है। आए दिन हत्या के मामले प्रकाश में आ रहे हैं।

इस क्षेत्र के लोगों ने पुलिस अधिकारियों को इस विषय में सचेत करने का प्रयास भी किया था। परन्तु हमेशा उनके द्वारा इस मामले की अनदेखी की गई है। जनता स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है। पुलिस यदि इस तरह का व्यवहार करेगी, तो जनता किससे …

To view the complete topic, please

What are you looking for?

Syllabus