कबीर की साखियाँ
साखियों का सार -
प्रस्तुत साखियाँ कबीर दास जी द्वारा रचित हैं । इन दोहों में कबीर दास जी ने जाति-पाति, पूजा-पाठ, वाह्य आडम्बर जैसी सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया है। कबीर दास जी के अनुसार मनुष्य की पहचान उसके नाम और जाति से नहीं बल्कि ज्ञान से होती है। मनुष्य को गलत बातों का प्रत्युत्त…
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