Select Board & Class
1) Any 10 points on Aaryabhatt in sanskrit.
was aryabhatta's mother tongue was tamil ?
translation
of aryabhata
debate on "should children be pampered' (against the motion)
मञ्जूषात: पदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत −
नौकाम् ,पृथिवी ,तदा ,चला ,अस्तं
(क) सूर्य: पूर्वदिशायाम् उदेति पश्चिम दिशि च --------------------- गच्छति।
(ख) सूर्य: अचल: पृथिवी च ---------------------।
(ग) --------------------- स्वकीये अक्षे घूर्णति।
(घ) यदा पृथिव्या: छाया पातेन चन्द्रस्य प्रकाश: अवरूध्यते --------------------- चन्द्रग्रहण
भवति।
(ङ) नौकायाम् उपविष्ट: मानव: --------------------- स्थिरामनुभवति।
अधोलिखित पदानां विपरीतार्थक पदानि लिखत −
(क)
उदय:
---------------------
(ख)
अचल:
(ग)
अन्धकार:
(घ)
स्थिर:
(ङ)
समादर:
'मति' शब्दस्य रूपाणि पूरयत −
विभक्ति:
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथमा
मति:
मती
मतय:
द्वितीया
मतिम्
मती:
तृतीया
मत्या
मतिभ्याम्
चतुर्थी
मतिभ्य:
पञ्चमी
मत्या:,मते:
षष्ठी
मत्यो:
मतीनाम्
सप्तमी
मत्याम्
मतिषु
सम्बोधनम्
हे मती।
हे मतय:।
सन्धिविच्छेद कुरूत −
ग्रन्थोऽयम्
-
+
सूर्याचल:
तथैव
कालातिगामिनी
प्रथमोपग्रहस्य
अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत −
साम्प्रतम्
निकषा
परित:
उपविष्ट:
कर्मभूमि:
(च)
वैज्ञानिक:
i want to know that aryabathaya is a mathematician so how it can become an science scintist
एकपदेन उत्तरत −
(क) सूर्य कस्यां दिशायाम् उदेति?
(ख) आर्यभटस्य वेधशाला कुत्र आसीत्?
(ग) महान गणितज्ञ: ज्योतिविच्च क: अस्ति?
(घ) आर्यभटेन क: ग्रन्थ: रचित: ?
(ङ) अस्माकं प्रथमोपग्रहस्य नाम किम् अस्ति?
उदाहरणानुसार पद परिचयं ददत −
पदानि
लिङ्गम
वचनम्
यथा
चन्द्रस्य
पुँल्लिङ्ग:
वेधशालायाम्
पृथिवी
परम्परया
त्रीणि
छायापातेन
आपन आर्यभटः क्यों लिखा है।
जबकि आर्यभट्टः होता है
hey can any one give me 10 sentence in sanskrit on "mam desha" !
train ka sanskrot me kya kehte hai?
how to make sentence in sanskrit ?
translation of the lesson
what does 'idam' mean?
plzz answer its urgent
how to make sentence in sanskirt?
कृपा आर्यभट का सारांश दिजीए?
सन्धिविच्छेदकुरूत −
मञ्जूषात:पदानिचित्वा रिक्तस्थानानिपूरयत −
(क)सूर्य:पूर्वदिशायाम्उदेति पश्चिमदिशि च ---------------------गच्छति।
(ख)सूर्य:अचल:पृथिवीच ---------------------।
(ग)--------------------- स्वकीयेअक्षे घूर्णति।
(घ)यदापृथिव्या:छायापातेन चन्द्रस्यप्रकाश:अवरूध्यते---------------------चन्द्रग्रहण
(ङ)नौकायाम्उपविष्ट:मानव:--------------------- स्थिरामनुभवति।
उदाहरणानुसारपद परिचयं ददत−
अधोलिखितपदानां विपरीतार्थकपदानि लिखत −
'मति'शब्दस्यरूपाणि पूरयत−
एकपदेनउत्तरत −
(क)सूर्यकस्यां दिशायाम्उदेति?
(ख)आर्यभटस्यवेधशाला कुत्रआसीत्?
(ग)महानगणितज्ञ:ज्योतिविच्चक: अस्ति?
(घ)आर्यभटेनक: ग्रन्थ:रचित:?
(ङ)अस्माकंप्रथमोपग्रहस्यनाम किम् अस्ति?
अधोलिखितानिपदानि आधृत्यवाक्यानि रचयत−
E.g: 9876543210, 01112345678
We will give you a call shortly, Thank You
Office hours: 9:00 am to 9:00 pm IST (7 days a week)
Syllabus
1) Any 10 points on Aaryabhatt in sanskrit.
was aryabhatta's mother tongue was tamil ?
translation
of aryabhata
debate on "should children be pampered' (against the motion)
मञ्जूषात: पदानि चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत −
नौकाम् ,पृथिवी ,तदा ,चला ,अस्तं
(क) सूर्य: पूर्वदिशायाम् उदेति पश्चिम दिशि च --------------------- गच्छति।
(ख) सूर्य: अचल: पृथिवी च ---------------------।
(ग) --------------------- स्वकीये अक्षे घूर्णति।
(घ) यदा पृथिव्या: छाया पातेन चन्द्रस्य प्रकाश: अवरूध्यते --------------------- चन्द्रग्रहण
भवति।
(ङ) नौकायाम् उपविष्ट: मानव: --------------------- स्थिरामनुभवति।
अधोलिखित पदानां विपरीतार्थक पदानि लिखत −
(क)
उदय:
---------------------
(ख)
अचल:
---------------------
(ग)
अन्धकार:
---------------------
(घ)
स्थिर:
---------------------
(ङ)
समादर:
---------------------
'मति' शब्दस्य रूपाणि पूरयत −
विभक्ति:
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथमा
मति:
मती
मतय:
द्वितीया
मतिम्
---------------------
मती:
तृतीया
मत्या
मतिभ्याम्
---------------------
चतुर्थी
---------------------
मतिभ्याम्
मतिभ्य:
पञ्चमी
मत्या:,मते:
---------------------
---------------------
षष्ठी
---------------------
मत्यो:
मतीनाम्
सप्तमी
मत्याम्
मत्यो:
मतिषु
सम्बोधनम्
---------------------
हे मती।
हे मतय:।
सन्धिविच्छेद कुरूत −
(क)
ग्रन्थोऽयम्
-
---------------------
+
---------------------
(ख)
सूर्याचल:
-
---------------------
+
---------------------
(ग)
तथैव
-
---------------------
+
---------------------
(घ)
कालातिगामिनी
-
---------------------
+
---------------------
(ङ)
प्रथमोपग्रहस्य
-
---------------------
+
---------------------
अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत −
(क)
साम्प्रतम्
-
---------------------
(ख)
निकषा
-
---------------------
(ग)
परित:
-
---------------------
(घ)
उपविष्ट:
-
---------------------
(ङ)
कर्मभूमि:
-
---------------------
(च)
वैज्ञानिक:
-
---------------------
i want to know that aryabathaya is a mathematician so how it can become an science scintist
एकपदेन उत्तरत −
(क) सूर्य कस्यां दिशायाम् उदेति?
(ख) आर्यभटस्य वेधशाला कुत्र आसीत्?
(ग) महान गणितज्ञ: ज्योतिविच्च क: अस्ति?
(घ) आर्यभटेन क: ग्रन्थ: रचित: ?
(ङ) अस्माकं प्रथमोपग्रहस्य नाम किम् अस्ति?
उदाहरणानुसार पद परिचयं ददत −
पदानि
लिङ्गम
विभक्ति:
वचनम्
यथा
चन्द्रस्य
पुँल्लिङ्ग:
षष्ठी
एकवचनम्
(क)
वेधशालायाम्
---------------------
---------------------
---------------------
(ख)
पृथिवी
---------------------
---------------------
---------------------
(ग)
परम्परया
---------------------
---------------------
---------------------
(घ)
त्रीणि
---------------------
---------------------
---------------------
(ङ)
छायापातेन
---------------------
---------------------
---------------------
आपन आर्यभटः क्यों लिखा है।
जबकि आर्यभट्टः होता है
hey can any one give me 10 sentence in sanskrit on "mam desha" !
train ka sanskrot me kya kehte hai?
how to make sentence in sanskrit ?
translation of the lesson
what does 'idam' mean?
plzz answer its urgent
how to make sentence in sanskirt?
कृपा आर्यभट का सारांश दिजीए?
सन्धिविच्छेदकुरूत −
(क)
ग्रन्थोऽयम्
-
---------------------
+
---------------------
(ख)
सूर्याचल:
-
---------------------
+
---------------------
(ग)
तथैव
-
---------------------
+
---------------------
(घ)
कालातिगामिनी
-
---------------------
+
---------------------
(ङ)
प्रथमोपग्रहस्य
-
---------------------
+
---------------------
मञ्जूषात:पदानिचित्वा रिक्तस्थानानिपूरयत −
नौकाम् ,पृथिवी ,तदा ,चला ,अस्तं
(क)सूर्य:पूर्वदिशायाम्उदेति पश्चिमदिशि च ---------------------गच्छति।
(ख)सूर्य:अचल:पृथिवीच ---------------------।
(ग)--------------------- स्वकीयेअक्षे घूर्णति।
(घ)यदापृथिव्या:छायापातेन चन्द्रस्यप्रकाश:अवरूध्यते---------------------चन्द्रग्रहण
भवति।
(ङ)नौकायाम्उपविष्ट:मानव:--------------------- स्थिरामनुभवति।
उदाहरणानुसारपद परिचयं ददत−
पदानि
लिङ्गम
विभक्ति:
वचनम्
यथा
चन्द्रस्य
पुँल्लिङ्ग:
षष्ठी
एकवचनम्
(क)
वेधशालायाम्
---------------------
---------------------
---------------------
(ख)
पृथिवी
---------------------
---------------------
---------------------
(ग)
परम्परया
---------------------
---------------------
---------------------
(घ)
त्रीणि
---------------------
---------------------
---------------------
(ङ)
छायापातेन
---------------------
---------------------
---------------------
अधोलिखितपदानां विपरीतार्थकपदानि लिखत −
(क)
उदय:
---------------------
(ख)
अचल:
---------------------
(ग)
अन्धकार:
---------------------
(घ)
स्थिर:
---------------------
(ङ)
समादर:
---------------------
'मति'शब्दस्यरूपाणि पूरयत−
विभक्ति:
एकवचनम्
द्विवचनम्
बहुवचनम्
प्रथमा
मति:
मती
मतय:
द्वितीया
मतिम्
---------------------
मती:
तृतीया
मत्या
मतिभ्याम्
---------------------
चतुर्थी
---------------------
मतिभ्याम्
मतिभ्य:
पञ्चमी
मत्या:,मते:
---------------------
---------------------
षष्ठी
---------------------
मत्यो:
मतीनाम्
सप्तमी
मत्याम्
मत्यो:
मतिषु
सम्बोधनम्
---------------------
हे मती।
हे मतय:।
एकपदेनउत्तरत −
(क)सूर्यकस्यां दिशायाम्उदेति?
(ख)आर्यभटस्यवेधशाला कुत्रआसीत्?
(ग)महानगणितज्ञ:ज्योतिविच्चक: अस्ति?
(घ)आर्यभटेनक: ग्रन्थ:रचित:?
(ङ)अस्माकंप्रथमोपग्रहस्यनाम किम् अस्ति?
अधोलिखितानिपदानि आधृत्यवाक्यानि रचयत−
(क)
साम्प्रतम्
-
---------------------
(ख)
निकषा
-
---------------------
(ग)
परित:
-
---------------------
(घ)
उपविष्ट:
-
---------------------
(ङ)
कर्मभूमि:
-
---------------------
(च)
वैज्ञानिक:
-
---------------------