Behtar paryavaran evam swastha ke liye tel (fuel) ki bachat
Par ek nibandh likwane mein meri madad kare.(max.700 words)
मित्र!
सात सौ शब्दों का निबंध देना संभव नहीं है। हम आपको तीन सौ शब्दों का निबंध लिखकर दे रहे हैं। वे इस प्रकार है।-
सात सौ शब्दों का निबंध देना संभव नहीं है। हम आपको तीन सौ शब्दों का निबंध लिखकर दे रहे हैं। वे इस प्रकार है।-
मनुष्य ने जीवन को बेहतर बनाने के लिए अनेक अाविष्कार किए हैं। इन आविष्कारों ने हमारे जीवन को सुख-सुविधाओं से संपन्न बना दिया है। मगर इसकी कीमत भी हम ही चुका रहे हैं। कारण हमें अब पता चल रहा है। इन आविष्कारों के दुष्परिणाम अब दिखाई दे रहे हैं। ऐसे ही आविष्कारों में वाहनों का निर्माण हुआ है। वाहनों को चलाने के लिए ईंधन की आवश्यकता होती है। वे ईंधन हैं 'पेट्रोलियम तथा उससे बनने वाले अन्य ईंधन पदार्थ'।
वाहनों में कार, बस, ट्रेन, हवाई जहाज इत्यादि हैं। इन्हें पेट्रोलियम पदार्थों की सहायता से चलाया जाता है। जैसे पेट्रोल, डीजल आदि।आज पूरे विश्व में असंख्य वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है। ये वाहन एक ही दिन में कई लाख लीटर ईंधन को जला देते हैं। इनके कारण यात्रा सरल बनी है मगर पृथ्वी भी बहुत प्रदूषित हुई है। इनके अंधाधुंध प्रयोग से पर्यावरण तेज़ी से प्रदूषित होने लगा ह ै।
हमें वातारण को प्रदूषित होने से बचाना है। यदि ऐसे ही ईंधन का अंधाधुंध प्रयोग होता रहा, तो हमारा वातावरण शीघ्र ही नष्ट हो जाएगा। हम अपनी आने वाली पीढ़ी को जहर भरा जीवन दे रहे हैं। एक प्रदूषित वातावरण में हम अपनी पीढ़ी को उत्तम स्वास्थ्य नहीं दे पाएँगे। यह प्रदूषण हमारी पीढ़ी को आँखों, फेफड़ों, हृदय संबंधी बीमारियाँ दे रहा है। हमें शीघ्र इनके प्रयोग को बंद करना पड़ेगा। इस तरह हम पृथ्वी को बचा पाएँगे।
वाहनों में कार, बस, ट्रेन, हवाई जहाज इत्यादि हैं। इन्हें पेट्रोलियम पदार्थों की सहायता से चलाया जाता है। जैसे पेट्रोल, डीजल आदि।आज पूरे विश्व में असंख्य वाहनों का प्रयोग किया जा रहा है। ये वाहन एक ही दिन में कई लाख लीटर ईंधन को जला देते हैं। इनके कारण यात्रा सरल बनी है मगर पृथ्वी भी बहुत प्रदूषित हुई है। इनके अंधाधुंध प्रयोग से पर्यावरण तेज़ी से प्रदूषित होने लगा ह ै।
हमें वातारण को प्रदूषित होने से बचाना है। यदि ऐसे ही ईंधन का अंधाधुंध प्रयोग होता रहा, तो हमारा वातावरण शीघ्र ही नष्ट हो जाएगा। हम अपनी आने वाली पीढ़ी को जहर भरा जीवन दे रहे हैं। एक प्रदूषित वातावरण में हम अपनी पीढ़ी को उत्तम स्वास्थ्य नहीं दे पाएँगे। यह प्रदूषण हमारी पीढ़ी को आँखों, फेफड़ों, हृदय संबंधी बीमारियाँ दे रहा है। हमें शीघ्र इनके प्रयोग को बंद करना पड़ेगा। इस तरह हम पृथ्वी को बचा पाएँगे।