I ask for a question on ishwar meracharwaha
the answer given by expert is incomplete
i want complete answer based on hypothethical situation

मित्र यह प्रश्न आपके निजी अनुभव पर आधारित है। परंतु आपकी सहायता के लिए हम आपको कुछ पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। कृपया इसकी सहायता से स्वयं लिखने का प्रयास करें। 
हमारे जीवन से ईश्वर का अस्तित्व जुड़ा हुआ है। वो हर जगह विद्यमान है। हमारे द्वारा किए गए हर कार्य में कहीं न कहीं भगवान की मर्ज़ी शामिल होती है। हम जब कभी किसी मुसीबत से घिर जाते हैं तो ईश्वर ही हमें उस विपत्ति से बाहर निकालता है। वह हमें कोई न कोई रास्ता अवश्य दिखाता है। वह तो धरती के कण-कण में विद्यमान है। अनेक कवियों तथा साधु-संतों ने भी अपनी रचनाओं में ईश्वर का गुणगान किया है। लोगों को प्रभु की शरण में जाकर सच्चे मन से भक्ति करने की सलाह दी है। पुराणों तथा धर्म-ग्रंथों में अनेक एेसे उदाहरण देखे जा सकते हैं, जिनसे पता चलता है कि भगवान सदैव हमारी सहायता करते हैं। जिस प्रकार चरवाहा अपनी भेड़-बकरियों का ध्यान रखता है, उसी प्रकार प्रभु भी अपने भक्तों की हमेशा देखभाल करता है। 

  • 0
What are you looking for?