Rahim kay anusar apne dukh ko prakat nahi karna chayia parantu kast ko man mai chupakar rakhna mansik aur sharirik svasthya kay liya hitkar nai hai aisi ststhi mai rahim ka yah doha hamaray liya kitna upyogi hai
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
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रहीम ने यह कहा है कि अपना दुख सबको नहीं बताना चाहिए। हमें चाहिए कि अपना दुख किसी ऐसे व्यक्ति को बताएँ, जो हमारा शुभचिंतक हो। हर किसी को दुख बताना अच्छी बात नहीं है। मगर दुख के समय में हम अपने शुभचिंतक की सहायता ले सकते हैं। वह हमारी स्थिति में हँसेगा नहीं बल्कि मदद करेगा। इससे हमें मानसिक और शारीरिक कष्ट से बच जाएँगे।