can any1 explain d meaning of dis line.....kya samundra ki tarah kutto par bhi purnima ki chandni kamnayo ka jvar- bhata jagati hai  on pg29

नमस्कार मित्र!

पूर्णिमा की रात को समुद्र में ज्वारभाटा आता है। जब चांद पूरा होता है, तब समुद्र की लहरें ऊँची उठने लगती है मानो चाँद को छूने की कामना हो उनकी। ऐसी धारणा है कि पूर्ण चांद समुद्र के जल को प्रभावित करता है। वैज्ञानिक भी इसकी पुष्टि करते हैं। जब लेखिका की जीप के आगे कुत्ते आ गए थे, तो मणि के अनुसार पहाड़ी कुत्ते सिर्फ चाँदनी रात में ही भौंकते हैं। ये बात सुनकर लेखिका के दिमाग में अचानक यह प्रश्न कौंधा की क्या कुत्ते भी समुद्र के जल की तरह चाँदनी रात में चाँद से प्रभावित होते हैं? क्या उनके अंदर भी समुद्र की लहरों के समान चाँद को छू लेने की कामनाएँ (इच्छाएँ) जागृत हो जाती है, जो कि वे भौंकने लगते हैं। लेकिन उनके इन प्रश्नों का उत्तर किसी के पास नहीं है। ये तो बस एक प्रश्न था क्यों और किसलिए यह कोई नहीं जानता कि कुत्ते क्यों भौंकते हैं। 

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