pl can u provide essay on NADI KI ATMA KATHA at earliest

मित्र हम आरंभ करके दे रहे हैं। बाकी आप स्वयं कीजिए-

मैं नदी हूँ। मेरा उद्मग स्थल पर्वत है। मैं बर्फीले पर पर्वतों से निकलती हूँ। जब बर्फ पिघलती है, तो मेरा निर्माण होता है। मैं पहाड़ी रास्तों से होती हुई मैदानी इलाकों में आती हूँ। मुझे नीचे की ओर बहना अच्छा लगता है। एक बार में जिस मार्ग में चल देती हूँ तो सदियों तक उस पर चलती रहती हूँ। मेरा अस्तित्व मानव से भी पुराना है। मुझे भारत में माता का स्थान प्राप्त है। मैं लोगों के जीवन, जीविका..............

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