premchandki mansarovarcollection se ma aureidgrahnamakpath koapnevicharo me 50 words me likheye.

मित्र दोनों कहानियों का सारांश लिखकर देना तो संभव नहीं है। हम आपकी सहायता के लिए एक कहानी का सारांश लिखकर दे रहे हैं। कृपया दूसरी कहानी का सारांश आप स्वयं लिखने का प्रयास करें। इससे आपका लेखन कौशल बढ़ेगा। 
                                          माँ कहानी का सारांश

'प्रेमचंद' द्वारा रचित कहानी 'माँ' करुणा नाम की एक एेसी औरत की कहानी है जो अपना संपूर्ण जीवन अपने परिवार के लिए अर्पित कर देती है। करुणा का पति आदित्य एक देशभक्त क्रांतिकारी होता है जिसे अंग्रेजी शासन तीन साल की सज़ा देता है। इसी बीच करुणा एक पुत्र को जन्म देती है। वह उसके लालन-पालन में तीन वर्ष बिता देती है। आदित्य जेल से छूटकर घर आता है किंतु तपेदिक के कारण उसकी मृत्यु हो जाती है। करुणा को अपने पति के गौरवपूर्ण जीवन पर गर्व का अनुभव होता है। वह चाहती है कि उसका पुत्र प्रकाश भी अपने पिता की तरह देश के लिए लड़े तथा संघर्ष करे। पुत्र बड़ा होता है तो उसकी जीवनशैली में विलासिता का समावेश हो जाता है। उसकी माँ उसे देश सेवा के लिए प्ररित करती है लेकिन वो स्वार्थी हो जाता है। उसे इंग्लैंड में पढ़ने के लिए सरकारी वजीफा मिलता है और वह विदेश चला जाता है। अब करुणा के मन के सारे सपने टूट जाते हैं। उसके लिए अब सारी प्रकृति ही उसका परिवार बन गया है। प्रकाश से अब उसे कोई उम्मीद बाकी नहीं बची है। 
प्रेमचंद ने इस कहानी में देशभक्ति की भावना को उभारा है। नारी के संघर्षपूर्ण जीवन का चित्रण किया है्। युवा पीढ़ी की विलासितावादिता तथा स्वार्थ को दर्शाया है। 
 

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