write a essay on vacation
अब की गर्मियों की छुट्टियाँ बहुत ही अच्छी बीती क्योंकि इस बार में गर्मियों की छुट्टियों में अपने मामा के यहाँ मसूरी गया हुआ था। इस बार पिताजी ने परिवार के साथ मसूरी घूमने का कार्यक्रम बनाया। इस पर्वतीय प्रदेश में घूमकर, वहाँ के ऊँचे-ऊँचे वृक्ष, घनी हरियाली ऊँचे-ऊँचे पर्वत, झरने, पहाड़ों के नीचे बहती नदी, गूँजती आवाज़ें सभी कुछ इतना सुंदर और अद्भुत था कि अब तक उसे भूल नहीं पाया हूँ। मैं वहाँ के कैम्टी फाल व कंपनी गार्डन घूमने गया था। वहाँ की चहल-पहल व शोभा देखते ही बनती थी। माल रोड़ में मैंने परिवार के साथ बहुत खरीदारी की व बड़ी मौज़-मस्ती भी की थी। मामा ने हमें धनोल्टी दिखाया। एक दिन हम सुरकंडा देवी के मंदिर घुमने गए। रोज़ सुबह जल्दी उठकर हमें कैमल बैक रोड़ पर घूमने जाते थे। ठंड़ी हवा का मज़ा उस रोड़ में रोमांचकारी था। हमने वहाँ संगीत की कक्षा तथा चित्र बनाने की कक्षा में भी भाग लिया। अपने यह सब काम निपटाकर हम पढ़ाई करते और मज़े से खेलते। दो महीने इतने मज़े में निकले की कहते नहीं बनता। यह यात्रा मैं कभी भूल नहीं पाऊँगा।