एक कहानी ' उसकी माँ ' लिखित ' पाण्डेय बेचन शर्मा ' उग्र ' से लिया गया

कृपया ब्याख्या करें

( 1 ) अंग्रेज सरकार की डर से " ये लोग शरीर की रक्षा के लिए अपनी -अपनी आत्मा की चिता संवारते फिरते हैं I "

( 2 ) गरीबों को चुनकर , सेना के नाम पर पले हुए पशुओ को , शराब से , कबाब से , मोटा ताजा रखती है , यह सरकार I

( 3 ) सरकार रोब से -सत्तावनी रोब में -धाक से , धांधली से , धुआं से , हम पर शासन करती है I

( 4 ) ' कलेजा रुखा कर ' पत्र जोर से पढने लगा

1. अर्थात लोग मरने के भय से और अंग्रेज़ी सरकार के प्रकोप से बचने के लिए उनके शोषण और जुर्म के आगे घुटने टेक देते हैं। वे वह सब कार्य करते हैं, जिससे वह जीवित तो रहते हैं परन्तु उनकी आत्मा मर जाती है।  अंग्रेज़ी सरकार ने हर वह संभव प्रयास किया था जिससे लोगों का आत्मसम्मान समाप्त हो जाएँ। वह ऐसा जीवन व्यतीत करें, जिसमें उन्हें यदि दुत्कारा भी जाए तो वह दोबारा कुत्ते की भांति दुम हिलाकर पीछे आएँ। ऐसे कई लोग अपने को बचाने के लिए तैयार रहे। जो नहीं जी पाए उन्हें जेलों में ठूस दिया गया।

 

२. ब्रिटिश सरकार ने अपनी सेना को बढ़ाने के उद्देश्य से ऐसे गरीबों को सेना में भर्ती किया था, जिन्हें दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं होती थी। सेना में ऐसे लोगों को भर्ती करके माँस और शराब दी जाती थी ताकि वह पालतू जानवर बनकर इनका हुक्म माने और अपनों पर ही बिना सोचे हथियार चलाएँ। उनकी कमज़ोरी का भरपूर फायदा उठाकर उन्हें अपनों के विरूद्ध खड़ा किया गया था।

 

३.  वह रौब डालकर, धोखबाज़ी करके, आँखों में धूल झौंककर शासन करती है। अर्थात अंग्रेज़ सरकार हम पर शासन करने के लिए साम, दाम, दण्ड, भेद सबका सहारा लेती है। 

 

४. अर्थात दिल को पक्का करके पत्र पढ़न लगा। यह एक मुहावरा है।

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