2 question from hindi chapter Jaha Pahiya hai, Answer this
प्रिय मित्र
9. मित्र साइकिल को विनम्र सवारी इसलिए कहा गया है क्योंकि यह अपने मालिक की आज्ञा का सदैव पालन करती है। इसे चलाना बहुत सरल है। यह कभी काम करने से इंकार नहीं करती। इससे कोई आहत नहीं होता। आज तक ऐसा समाचार पढ़ने में नहीं आया कि साईकिल से टकराकर कोई बुरी तरह आहत हुआ हो या इसके नीचे कुचलकर किसी की जान चली गई हो। यह हल्की-फुल्की और सरल सवारी होती है। अपने आस-पास से गुजरने वाले वाहन को सरलता से मार्ग दे देती है।
धन्यवाद।
9. मित्र साइकिल को विनम्र सवारी इसलिए कहा गया है क्योंकि यह अपने मालिक की आज्ञा का सदैव पालन करती है। इसे चलाना बहुत सरल है। यह कभी काम करने से इंकार नहीं करती। इससे कोई आहत नहीं होता। आज तक ऐसा समाचार पढ़ने में नहीं आया कि साईकिल से टकराकर कोई बुरी तरह आहत हुआ हो या इसके नीचे कुचलकर किसी की जान चली गई हो। यह हल्की-फुल्की और सरल सवारी होती है। अपने आस-पास से गुजरने वाले वाहन को सरलता से मार्ग दे देती है।
धन्यवाद।