2.लेखक ने ऐसा क्या कहा की "धान की मार से ज्यादा बुरे है बुद्धि की मार" स्पष्ट कीजिये।
मित्र!
आपके प्रश्न उत्तर इस प्रकार है।-
लेखक ने ऐसा इसलिए कहा ताकि वह लोगों की मूर्खता को दिखा सके। लेखक के अनुसार धान (चावल) की फसल अत्यधिक बारिश से खराब हो जाए, तो मनुष्य जी सकता है मगर जिन लोगों के पास बुद्धि ही नहीं है, उन्हें कोई नहीं बचा सकता है। बुद्धि की कमी उसे नुकसान पतन पर ले जाती है।
आपके प्रश्न उत्तर इस प्रकार है।-
लेखक ने ऐसा इसलिए कहा ताकि वह लोगों की मूर्खता को दिखा सके। लेखक के अनुसार धान (चावल) की फसल अत्यधिक बारिश से खराब हो जाए, तो मनुष्य जी सकता है मगर जिन लोगों के पास बुद्धि ही नहीं है, उन्हें कोई नहीं बचा सकता है। बुद्धि की कमी उसे नुकसान पतन पर ले जाती है।