200 word nibandh on parivar ka mahatwa. please its urgent
परिवार भारतीय संस्कृति में बहुत स्थान रखता है। परिवार में सब प्रेम से साथ-साथ रहते हैं। इसमें चाचा-चाची, ताऊ-ताई सभी मिल- जुलकर एक छत के नीचे वास करते हैं। यहाँ कोई अपना खास नहीं होता सभी अपने होते हैं। एक की बीमारी पर सारे घर वाले चिंतित होते हैं और सभी उनकी देखभाल करने को तत्पर। परन्तु आज के आधुनिक युग में परिवार दम तोड़ रहे हैं। लोग बस अपने तक सीमित रहना चाहते हैं। उन्हें रोकटोक तथा किसी प्रकार के बंधन पसंद नहीं होते। बस व स्वयं में खुश रहना चाहते हैं, जोकि उचित नहीं है। परिवार में मनुष्य जिम्मेदारी सीखता है। यह उसे सभ्य बनाता है।.......