80 शब्दों में भ्रष्टाचार पर निबंध...
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
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'भ्रष्टाचार' शब्द का जन्म दो शब्दों से मिलकर बना है। एक है 'भ्रष्ट' और दूसरा 'आचार'। इसका पूरा अर्थ है ऐसा व्यवहार, जो बुरा हो। आज के समय में भ्रष्टाचार पूरे विश्व के देशों की समस्या बन गया है। यह ऐसी समस्या बनकर उभरा है, जिसने मनुष्य सभ्यता को अपने में जकड़ लिया है। आज इसका प्रसार हर तंत्र में है। शिक्षा, चिकित्सा, सरकारी विभाग, राजनीति, धर्म, पुलिस इत्यादि सभी विभाग इसकी चपेट में हैं। आम आदमी इसका सबसे बड़ा शिकार है। मनुष्य की बढ़ती लालसाएँ भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। वह स्वयं के लिए हर सुख-सुविधा चाहता है। वह जानता है कि एक कमाई से ऐसा करना संभव नहीं है। अतः वह ऐसे रास्ते ढूँढता है, जहाँ से धन की उगाही की जा सके और उसे अत्यधिक मेहनत भी न करनी पड़े। ऐसे में वह अपने पद का नाज़ायज़ फायदा उठाता है।