aap garmi ki chuttiyo mein darjling mein hone wale parvatarohan se prasiksan lena chahte hain.
pitaji ko anumati dene ke liye manate hue parvatarohan sikhne ke laaf batao.
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
पता...........
दिनाँक.........
पूज्यनीय पिताजी!
सादर प्रणाम
आपका पुत्र
विनोद
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
पता...........
दिनाँक.........
पूज्यनीय पिताजी!
सादर प्रणाम
पत्र लिखने का विशेष कारण यह है कि हमारे विद्यालय से गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों को पर्वतारोहन के प्रशिक्षण के लिए दार्जलिंग ले जाया जा रहा है। अध्यापिका द्वारा आपके अनुमति पत्र की मांग की गई है। आपसे निवेदन है कि वह मुझे शीघ्र देने की कृपया करें।
यह प्रशिक्षण मेरे भावी भविष्य में बहुत काम आ सकता है। अतः मैं चाहता हूँ कि आप शीघ्र अति शीघ्र मुझे भेजने की कृपया करें। पत्र समाप्त करता हूँ। घर में सबको मेरा प्रणाम कहिएगा।
आपका पुत्र
विनोद