Ak phool ke chah path me lekhak hame kya Samjana chahte hai??


मित्र हम आपको उत्तर लिखकर दे रहे हैं। 

'​एक फूल की चाह' अछूत वर्ग के साथ हो रहे भेदभाव की कविता है। लेखक सुखिया व उसके पिता के माध्यम से इस वर्ग के दर्द को दर्शा रहे हैं। कवि सुखिया के पिता के माध्यम से यह प्रश्न समाज के समाने रखते हैं की जब सारी सुष्टि का निर्माण भगवान ने किया है, उसके लिए सब मनुष्य बराबर हैं तो हम कौन होते हैं उसे ऊँच-नीच के बंधनों में डालने वाले। हमें यह अधिकार किसने दिया है जो हम भगवान के मंदिर में किसी को प्रवेश करने से रोकें। कवि इस कविता के द्वारा मानव जाति को यही समझाना चाहते हैं कि ईश्वर ने सबको समान बनाया है। हमें जाति के आधार पर आपस में भेदभाव नहीं करना चाहिए। 

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