Alankar batiye
निम्नलिखित पद्यांशों में प्रयुक्त अलंकारों की पहचान कीजिए।
बरस रहा है रवि अनल, भूतल तवा–सा जल रहा।
दुख है जीवन तरू के फूल।
मानहु विधि तन–अच्छ छवि स्वच्छ राखियैं काज।
दृग-पग पौंछन कौं करे भूषण पायंदान।
मित्र!
आपके प्रश्न के उत्तर में हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
इसमें अतिश्योक्ति अलंकार, उपमा अलंकार और उत्प्रेक्षा अलंकार का प्रयोग किया गया है।