an anyone pls explain the 1st line of this paragraph?
`साखी` वस्तुतः दोहा छंद ही है जिसका लक्षण है 13 और 11 के विश्राम से 24 मात्रा । प्रस्तुत पाठ की संख्या प्रमाण है कि सत्य की साक्षी देता हुआ ही गुरु शिष्य को जीवन के तत्वज्ञान की शिक्षा देता है । यह शिक्षा जितनी प्रभावपूर्ण होती है उतनी ही याद रह जाने योग्य भी ।
मित्र!
इसका अर्थ है कि कबीर जी ने जो रचना लिखी है, वह दोहे का एक प्रकार है, जिसे दोहा छंद कहते हैं। इसमें पहली पंक्ति में 13 मात्राएँ तथा दूसरी में ग्यारह मात्राओं का प्रयोग होता है।
इसका अर्थ है कि कबीर जी ने जो रचना लिखी है, वह दोहे का एक प्रकार है, जिसे दोहा छंद कहते हैं। इसमें पहली पंक्ति में 13 मात्राएँ तथा दूसरी में ग्यारह मात्राओं का प्रयोग होता है।