Answer question number 1 in detail

प्रिय मित्र!
हम एक बार में सभी प्रश्नों के उत्तर नहीं दे सकते हैं। हम प्रथम का उत्तर दे रहे हैं। आप अपने प्रश्न पुन: पूछ सकते हैं। 

सैनिक देशवासियों को कहते हैं कि हम देश की सुरक्षा करने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे चुके हैं। इसकी सुरक्षा का भार अब देशवासियों तुम्हारे हाथों में है। जैसे हमने इसकी रक्षा की है, वैसे तुम भी इसकी रक्षा करना। हमारे जाने के बाद तुम इस देश की रक्षा करने के लिए अपने प्राण तक दे देना। इस देश का मान-सम्मान अब तुम्हारे हाथों में है। अपना बलिदान देकर भी देश की रक्षा करना।
 

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