Anuched on shiksha vrthi ki samasya
मित्र!
आपके प्रश्न के उत्तर में हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
शिक्षावृति अर्थात आजीविका के लिए शिक्षा का व्यवसाय। पहले शिक्षा को एक व्रत के रूप में लिया जाता था, परन्तु आजकल शिक्षा एक वृति के रूप में अपनाई जा रही है। प्रतिवर्ष हजारों छात्र शिक्षा लेकर शिक्षावृति के लिए तैयार हो जाते हैं, परन्तु विद्यालय और विश्वविद्यालय में इतने पद नहीं हैं। पदों को सृजित करने की आवश्यकता है। शिक्षावृति में सबसे बड़ा बाधक जनसँख्या का दिनोंदिन बढ़ना है।
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शिक्षावृति अर्थात आजीविका के लिए शिक्षा का व्यवसाय। पहले शिक्षा को एक व्रत के रूप में लिया जाता था, परन्तु आजकल शिक्षा एक वृति के रूप में अपनाई जा रही है। प्रतिवर्ष हजारों छात्र शिक्षा लेकर शिक्षावृति के लिए तैयार हो जाते हैं, परन्तु विद्यालय और विश्वविद्यालय में इतने पद नहीं हैं। पदों को सृजित करने की आवश्यकता है। शिक्षावृति में सबसे बड़ा बाधक जनसँख्या का दिनोंदिन बढ़ना है।