Baal gobin bhagat ne putr ki mritu per apni putrvadhu ko rone ke sthan per utsah manane ke lie kyo kaha ? Paath ke aadhar per bataye |

मित्र,
 बालगोबिन भगत ने पुत्र की मृत्यु पर अपनी पुत्रवधू को रोने केे स्थान पर उत्सव मनानेेे के लिए इसलिए कहा  क्योंकि बालगोबिन भगत के अनुसार उनके बेटे की मृत्यु नहीं हुई थी। उनके बेटे की आत्मा परमपिता परमात्मा से जा मिली थी। विरहनी अपने प्रेमी से जा मिली जो भगत जी के लिए दु:ख का नहीं खुशी मनाने का कारण था। इसलिए वह गीत गाए जा रहे थे। वह अपनी पतोहू को रोने के स्थान पर उत्सव मनाने के लिए कह रहे थे। उनके अनुसार रोकर रंग में भंग करना उन्हें अच्छा नहीं लग रहा था। इसलिए वह अपनी पतोहू को उत्सव मनाने को कह रहे थे।

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