bhai ko khelo ka mahatva samjhate hue patra

मित्र!
हम आपके प्रश्न के उत्तर में अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।

पता--------
दिनांक-----

प्रिय भाई रमेश,
मेरा आशीर्वाद लेना!
मैं तुम्हारी कुशलता की कामना करता हूँ। मुझे यह जानकार बहुत दुःख हो रहा है कि तुम्हारी सेहत ठीक नहीं है। भाई, पढ़ना जीवन में आवश्यक है पर पढ़ने के साथ-साथ खेलों का भी अपना महत्त्व है। समय पर पढ़ना और समय पर खेलना भी आवश्यक है। खेल से शरीर स्वस्थ और आत्मा प्रसन्न रहती है। पूरा दिन शरीर चुस्त रहता है और काम करने में भी थकान नहीं होती। तुम्हारी देह में रक्त का संचार भी ठीक प्रकार से होगा। तुम अपना ध्यान पढ़ाई में लगाते हो, यह अच्छी बात है पर खेलना भी जारी रखो। 
अब पत्र समाप्त करता हूँ। अपना ध्यान रखना और मन लगा कर पढ़ाई करना। 

तुम्हारा भाई,
सुरेश

  • -2
What are you looking for?