Bhartiye samaj aur andhvishwas par anuched likhen
मित्र!
आपका उत्तर इस प्रकार है-
भारतीय समाज और अन्धविश्वास- आज भारतीय समाज ने बहुत तरक्की कर ली है। लोगों के रहने और जीवन को जीने के ढंग में बहुत सुधार आया है। मगर अन्धविश्वास में अभी भी सुधार नहीं आया है, भारतीय समाज आज भी अन्धविश्वास में जकड़ा हुआ है। भारत के विकास और प्रगति में अन्धविश्वास एक बड़ी बाधा है। आज भी लोग जादू-टोने, बिल्ली रास्ता काट गई, निम्बू-मिर्च लटकाना इत्यादि को मानते हैं। इससे अपराध को बढ़ावा मिलता है। आज भारतीय समाज में जाग्रति की आवश्यकता है। जाग्रति होने पर ही लोग इन अंधविश्वासों से ऊपर उठ कर देश के विकास और प्रगति के बारे में सोच सकते हैं।
आपका उत्तर इस प्रकार है-
भारतीय समाज और अन्धविश्वास- आज भारतीय समाज ने बहुत तरक्की कर ली है। लोगों के रहने और जीवन को जीने के ढंग में बहुत सुधार आया है। मगर अन्धविश्वास में अभी भी सुधार नहीं आया है, भारतीय समाज आज भी अन्धविश्वास में जकड़ा हुआ है। भारत के विकास और प्रगति में अन्धविश्वास एक बड़ी बाधा है। आज भी लोग जादू-टोने, बिल्ली रास्ता काट गई, निम्बू-मिर्च लटकाना इत्यादि को मानते हैं। इससे अपराध को बढ़ावा मिलता है। आज भारतीय समाज में जाग्रति की आवश्यकता है। जाग्रति होने पर ही लोग इन अंधविश्वासों से ऊपर उठ कर देश के विकास और प्रगति के बारे में सोच सकते हैं।