bhav-bhaktiko jagir kyu kaha gaya hai?

Please answer fast.

मित्र मीराबाई कृष्ण भक्त कवयित्री थीं। वे कृष्ण को अपना आराध्य मानकर उन्हें अपना सर्वस्व अर्पण कर देना चाहती थीं। उनके लिए तो अपने प्रभु की भक्ति जागीर के समान है, क्योंकि भक्ति के माध्यम से उन्हें प्रभु का सान्निध्य प्राप्त होता है। यही मीराबाई की सबसे बड़ी संपत्ति है। 

  • 33
What are you looking for?