can anyone suggest me a new and good thought in hindi for my assembly tomorrow ( with its meaning if possible) ?
नमस्कार मित्र!
1. नम्रता और मीठे वचन ही मनुष्य के आभूषण होते हैं। शेष सब नाममात्र के भूषण हैं।
2. वही उन्नति करता है जो स्वयं अपने को उपदेश देता है।
3. मित्रों का उपहास करना उनके पावन प्रेम को खंडित करना है।
4. हताश न होना ही सफलता का मूल है और यही परम सुख है।
5. क्रोध ऐसी आँधी है जो विवेक को नष्ट कर देती है।
ढेरों शुभकामनाएँ!