can someone please explain me the whole manushyata lesson in clear hindi wordings?

मनुष्यता कविता में कवि लोगों को ऐसे कार्य करने के लिए प्रेरित करता है जिससे मनुष्य जाति का कल्याण हो। आज के समय में मानव अपनी भलाई के कार्यों तक ही सीमित हो गया है। इसका दुष्परिणाम यह हुआ है कि लोगों में मानवता का भाव समाप्त हो रहा है। कवि इस बात को लेकर दुखी है। वह कहता है कि पेट तो जानवर भी पाल लेते हैं। सही मायने में मनुष्य वही है, जो दूसरों के लिए जीते हैं। जो अपना सारा जीवन दूसरों की सहायता करने में लगा देते हैं, संसार, भगवान सभी उनकी जय करते हैं।

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