Ch1last doha sparsh.
हम घर जाल्या आपणाँ, लिया मुराड़ा हाथि।
अब घर जालौं तास का, जे चलै हमारे साथि।।
मित्र!
आपके प्रश्न के उत्तर में हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
हम घर --------------------------हमारे साथि।
कबीर कहते हैं कि मैंने अपना घर जला लिया है अर्थात मैंने मोह-माया का त्याग कर दिया है। अब ज्ञान की मशाल मेरे हाथों में है। अब मैं उसका घर जलाऊंगा अर्थात उसकी मोह-माया को दूर करूँगा जो मेरे साथ चलने को तैयार हो और इस ज्ञान के प्रकाश में आलोकित होने को तैयार हो।
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हम घर --------------------------हमारे साथि।
कबीर कहते हैं कि मैंने अपना घर जला लिया है अर्थात मैंने मोह-माया का त्याग कर दिया है। अब ज्ञान की मशाल मेरे हाथों में है। अब मैं उसका घर जलाऊंगा अर्थात उसकी मोह-माया को दूर करूँगा जो मेरे साथ चलने को तैयार हो और इस ज्ञान के प्रकाश में आलोकित होने को तैयार हो।