Csn you please check the paragraph i had written for any gammatical mistake?

प्रिय विद्यार्थी , 

आपके अनुच्छेद में जो गलतियाँ हैं , मैं उन्हें सुधारकर फिर से लिख दे रहा हूँ । 

प्रदूषण 
मनुष्य ने जब से आँखें खोली है तब से उसने स्वयं को प्रकृति की गोद में पाया है । लेकिन आज के समय में तेजी से बढ़ते जनसंख्या के कारण हमारे सामने विभिन्न प्रकार की समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं । इसमें से एक प्रदूषण की निरंतर बढ़ती समस्या भी है । प्रदूषण किसी भी प्रकार का हो ( जल , वायु , ध्वनि आदि ) , सभी हमारे लिए नुकसानदायक और कष्टकारी हैं । जगह-जगह फैले हुए गंदगी के ढेर एवं कटते वृक्ष प्रदूषण के बढ़ने के मुख्य कारणों में से हैं । इसे रोकने के लिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाए जाएँ तथा हमारे आदतों में सुधार करने और हमारी अज्ञानता को दूर करने की कोशिश की जाए । 
तो कहो - " दूषित वायु , दूषित जल , कैसे हो जीवन ? "

आभार । 
 

  • 1
Nice
Regards
  • -1
Please find this answer

  • 0
What are you looking for?