Dear savitriji,

Can u pls translate the poem in english khushbu rachte hain haath,my daughter dont know what the poet explains? it will be very helpfull,thanks for the coperation

मित्र हिन्दी हमारी मातृभाषा है। इसका ज्ञान होना सबके लिए आवश्यक है। जिस तरह आप अंग्रेजी को समझने के लिएहिन्दी का सहारा नहीं लेते ठीक उसी प्रकार आपको हिन्दी को समझने के लिए भी किसी अन्य भाषा का सहारा नहीं लेना चाहिए।   परीक्षा में हिन्दी भाषा के उत्तर हिन्दी में ही लिखने पड़ते है।यदि इसे आप अन्य भाषा में समझेगें तो आपको परीक्षा के समय परेशानी होगी।  हम आपको हिन्दी में सारांश उपलब्ध करवा रहे हैं। कृपया आप इससे ही समझने का प्रयास करें। 
'खुशबू रचते हैं हाथ' इस कविता में कवि ने अगरबत्ती बनाने वाले लोगों का वर्णन किया है। उसके अनुसार यह लोग हमारे घरों, मंदिरों व कार्यालयों को सुगंधित करने के लिए अगरबत्तियां बनाकर अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हैं लेकिन विडंबना देखिए की इनका स्वयं का जीवन गंदगी व घोर गरीबी से भरा होता है। वह कहता है इनका स्थान हर खुशबू से युक्त अगरबत्तियां बनाने के लिए जाना जाता है परन्तु कोई यह नहीं देखता जहाँ यह रहते हैं वह गंदगी व उस गंदगी से निकलने वाली बदबू से अटा रहता है। इनके खाने-पीने, रहने व इलाज के लिए कोई सुविधा नहीं होती। हम लोग यह अगरबत्तियां तो ले लेते हैं परंतु इनके जीवन की परेशानियों को नजर अंदाज कर देते हैं। कवि अपनी कविता के माध्यम से जनता को इनके जीवन से अवगत करा, इनके महत्वपूर्ण योगदान को हमारे समक्ष रखने का एक प्रयास करता है।
 

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