difference between samanadhikaran and vyadhikaran samuchayabodhak avyav
please tell fast.
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
ये दोनों ही समुच्चयबोधक अव्यय के दो भेद हैं। समानाधिकरण अव्यय दो समान अधिकार वाले भागों को जोड़ने का काम करते हैं इसके विपरीत व्यधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय में एक भाग प्रधान होता है, और दूसरा गौण होता है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि ये एक से अधिक आश्रित उपवाक्यों को जोड़ते हैं।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
ये दोनों ही समुच्चयबोधक अव्यय के दो भेद हैं। समानाधिकरण अव्यय दो समान अधिकार वाले भागों को जोड़ने का काम करते हैं इसके विपरीत व्यधिकरण समुच्चयबोधक अव्यय में एक भाग प्रधान होता है, और दूसरा गौण होता है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि ये एक से अधिक आश्रित उपवाक्यों को जोड़ते हैं।