essay on demonetization in hindi

 
मित्र !

आपका उत्तर इस प्रकार है :

विमुद्रीकरण या नोट बंदी भारत में पहली बार ही नहीं हुई है । नोट बंदी के कुछ उद्देश्य होते हैं । नोट बंदी से काले धन पर नियंत्रण किया जाता है । इसके साथ-साथ देश को जाली नोटों से आज़ादी मिल जाती है । नोट बंदी का फैसला लेते वक़्त सरकार कुछ ही लोगों को इसकी जानकारी देती है । यदि सभी लोगों को इसकी जानकारी पहले से हो जाएगी, तो लोग अपने काले धन को कहीं न कहीं खर्च कर देंगे । भारत में वर्ष 1946 में पहली बार नोट बंदी की गई थी । उस समय 1000 तथा 10,000 के नोटों को बंद किया गया था । उस समय भी लोगों को बहुत दिक्कत हुई थी । नोट बंदी से व्यापार का धंधा बहुत मंदा हो जाता है । व्यापार का सारा कारोबार नकद रुपयों से चलता है । बड़े रूपये बंद हो जाने पर, सामान खरीदना मुश्किल हो जाता है । नोट बंदी के समय कभी भी किसी का रुपया अपने बैंक में जमा नहीं करना चाहिए । सरकार की नज़र सब तरफ होती है । बाद में, इसके परिणाम बड़े सुखद होते हैं । ज्यादातर काम ऑनलाइन होते हैं । ऑनलाइन होने से काले धन का कारोबार बंद हो जाता है । 

  • 18
What are you looking for?