Expert please help in this question
प्रिय मित्र!
ऐसे प्रश्न स्व-रचनात्मक कौशल के अंतर्गत आते हैं, इन्हें स्वयं से करने की चेष्टा करनी चाहिए। आपको मैं पत्र का प्रारूप दे रहा हूं जिसकी सहायता से आप अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
.........., चेन्नई
09 जून 20XX
प्रिय मित्र,
बहुत प्यार!
बहुत दिनों से तुम्हारा पत्र नहीं आया है। अत: मैं स्वयं ही पत्र लिख रहा हूँ। आशा करता हूँ कि तुम वहाँ पर कुशलतापूर्वक होगें। मित्र आगे का हाल-समाचार यह है कि तुम यहां से विदेश चले गए हो और वहां की जलवायु तथा यहां की जलवायु में बहुत अंतर है। इसलिए तुमको अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना है। पानी सदैव अपने साथ रखें और उसी का सेवन करें। इधर-उधर का भोजन न करें। थोड़ी-सी भी शारीरिक समस्या होने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं और वहां चिकित्सक की उचित सलाह लें। स्वास्थ्य के प्रति कोई भी लापरवाही तुमको नहीं करनी है। हमें आशा है कि तुम हमारी बात पर अमल करोगे साथ ही प्रत्युत्तर में अपना पत्र अवश्य लिखोगे।
सप्रेम,
तुम्हारा परम् मित्र,
सरोज वर्मा।
सादर|