Experts please can u give me kavya saundarya and shilp saundarya for Kabir ki sakhi?
मित्र हम आपको इस पाठ का काव्य सौंदर्य भेज रहे हैं। शिल्प सौंदर्य आप स्वयं लिखने का प्रयास करें-
साखी पाठ में कवि ने ज्ञान के महत्त्व को बड़े सुंदर रूप में समझाया है। इसकी भाषा सुधक्कड़ी है। यह दोहा छंद है। इसमें अनुप्रास अलंकार की छटा बिखरी हुई है। रूपक तथा विभावना अलंकार का भी प्रयोग किया गया है। रहस्यवाद का प्रभाव दिखाई देता है।
साखी पाठ में कवि ने ज्ञान के महत्त्व को बड़े सुंदर रूप में समझाया है। इसकी भाषा सुधक्कड़ी है। यह दोहा छंद है। इसमें अनुप्रास अलंकार की छटा बिखरी हुई है। रूपक तथा विभावना अलंकार का भी प्रयोग किया गया है। रहस्यवाद का प्रभाव दिखाई देता है।