explain last 3 lines lines of the poem of daadi maa (prakriti...tumhaari)

मित्र यह पंक्तियाँ हिमालय की बेटियाँ पाठ में दी गई हैं। इनका अर्थ इस प्रकार है-
प्रकृति रूपी नायिका के पट (वस्त्र) पर विशाल तथा अद्भुत हिमालय छपा हुआ है। हे सतलुज! तुम बहुत महान हो। तुम्हारी हमेशा जय हो। 

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