Girgit padh
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
गिरगिट पाठ में जिस प्रकार के भ्रष्ट आचारण का उल्लेख किया गया है, उसका प्रयोग आज भी होता है। इसके प्रमाण हमारे पास भरे पड़े हैं। एक मुजरिम को पुलिस अधिकार पैसे लेकर छोड़ देते हैं। वह अपने फर्ज को छोड़ देते हैं। उनका काम मात्र पैसे कमाना होता है। उन्हें इस बात से कोई सरोकार नहीं होता है कि कई व्यक्तियों का उनके व्यवहार के कारण न्याय व्यवस्था से विश्वास हट रहा है।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
गिरगिट पाठ में जिस प्रकार के भ्रष्ट आचारण का उल्लेख किया गया है, उसका प्रयोग आज भी होता है। इसके प्रमाण हमारे पास भरे पड़े हैं। एक मुजरिम को पुलिस अधिकार पैसे लेकर छोड़ देते हैं। वह अपने फर्ज को छोड़ देते हैं। उनका काम मात्र पैसे कमाना होता है। उन्हें इस बात से कोई सरोकार नहीं होता है कि कई व्यक्तियों का उनके व्यवहार के कारण न्याय व्यवस्था से विश्वास हट रहा है।