Good morning kindly Answer the following :-
प्रिय विद्यार्थी ,
आपके प्रश्न का उत्तर है -
(क) जब मनुष्य के भीतर एक प्रतिभा होने के बावजूद दूसरी प्रतिभा के होने को बहुमुखी प्रतिभा कहा जाता है ।
(ख) बहुमुखी प्रतिभा वाले लोग स्पर्धा से घबराते हैं ।
(ग) ऐसे लोगों के अंदर कई कामों को साकार करने की इच्छा तीव्र होती है ।
(घ) बहुमुखी प्रतिभा वाले लोगों की उत्सुकता उन्हें एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में हाथ आजमाने को बाध्य करती है ।
(ङ) प्रबंधन की दुनिया में "एकै साधे सब सधै , सब साधे सब जाए" का मंत्र ही शुरू से प्रभावी है ।
(च) प्रतिभा = प् + र् + अ + त् + इ + भ् + आ
(छ) उत्सुकता - उत्सुक + ता
आभार ।
आपके प्रश्न का उत्तर है -
(क) जब मनुष्य के भीतर एक प्रतिभा होने के बावजूद दूसरी प्रतिभा के होने को बहुमुखी प्रतिभा कहा जाता है ।
(ख) बहुमुखी प्रतिभा वाले लोग स्पर्धा से घबराते हैं ।
(ग) ऐसे लोगों के अंदर कई कामों को साकार करने की इच्छा तीव्र होती है ।
(घ) बहुमुखी प्रतिभा वाले लोगों की उत्सुकता उन्हें एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में हाथ आजमाने को बाध्य करती है ।
(ङ) प्रबंधन की दुनिया में "एकै साधे सब सधै , सब साधे सब जाए" का मंत्र ही शुरू से प्रभावी है ।
(च) प्रतिभा = प् + र् + अ + त् + इ + भ् + आ
(छ) उत्सुकता - उत्सुक + ता
आभार ।