'पाठ नौबतखाने में इबादत' में लेखक ने क्या संदेश दिया है?
मित्र
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
इस पाठ से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें अपनी संस्कृति तथा सभ्यता की अहमियत समझनी चाहिए। इसके अतिरिक्त हमें अपनी उपलब्धी पर घमंड नहीं करना चाहिए। मनुष्य मेहनत से लक्ष्य पर पहुँचता है। अतः अपने लक्ष्य पर पहुँचकर परिश्रम करना नहीं छोड़ना चाहिए। घमंड उसकी मेहनत को नष्ट कर सकता है। अतः विनम्रता, प्रेम, कड़ा परिश्रम हमेशा करते रहना चाहिए।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
इस पाठ से हमें शिक्षा मिलती है कि हमें अपनी संस्कृति तथा सभ्यता की अहमियत समझनी चाहिए। इसके अतिरिक्त हमें अपनी उपलब्धी पर घमंड नहीं करना चाहिए। मनुष्य मेहनत से लक्ष्य पर पहुँचता है। अतः अपने लक्ष्य पर पहुँचकर परिश्रम करना नहीं छोड़ना चाहिए। घमंड उसकी मेहनत को नष्ट कर सकता है। अतः विनम्रता, प्रेम, कड़ा परिश्रम हमेशा करते रहना चाहिए।