कविता में ललित कल्पना और क्रांति चेतना दोनो है कैसे?
उत्तर–
"उत्साह" कविता सूर्यकांत त्रिपाठी निराला द्वारा लिखी गई है इसमें कवि यह कहना चाहते हैं कि बादल उत्साह और सुंदर कल्पना दोनों का प्रतीक है
कवि कहते हैं कि बादल सारे संसार को जीवन देते हैं तथा सारी मानव जाति को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं इसीलिए वह सुंदर कल्पना के प्रतीक है।
बादल जब गर्जना शुरू करते हैं तब वह उत्साह जगाते हैं।
वे लोगों को आलस छोड़कर काम करने के लिए प्रेरणा देते हैं इसीलिए वह उत्साह के प्रतीक है।
"उत्साह" कविता सूर्यकांत त्रिपाठी निराला द्वारा लिखी गई है इसमें कवि यह कहना चाहते हैं कि बादल उत्साह और सुंदर कल्पना दोनों का प्रतीक है
कवि कहते हैं कि बादल सारे संसार को जीवन देते हैं तथा सारी मानव जाति को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं इसीलिए वह सुंदर कल्पना के प्रतीक है।
बादल जब गर्जना शुरू करते हैं तब वह उत्साह जगाते हैं।
वे लोगों को आलस छोड़कर काम करने के लिए प्रेरणा देते हैं इसीलिए वह उत्साह के प्रतीक है।