तोप वास्तव मे आतंक का पर्याय है । इस कविता मे वह अपने इस स्वरूप को कहाँ तक सार्थक कर पाई है?
मित्र यह सच है कि तोप आतंक का पर्याय है। परंतु इस कविता में वह सांस्कृतिक विरासत के रुप में प्रस्तुत हुई है। पहले इसी तोप ने कितनों को डराया तथा परंतु अब बच्चे उसकी सवारी करते है। इस तोप के माध्यम से यह शिक्षा दी जाती है कि चाहे कोई कितना भी ताकतवर क्यों ना हो, अंत में उसे तोप की भाँति चुप होना होता है।