How to do this??
मित्र
धरती पर बढ़ता प्रदूषण
हमारी धरती आज बहुत समस्याओं से जूझ रही है। इसमें बढ़ता प्रदूषण एक गम्भीर समस्या है। हमारे लिए प्रकृति एक स्वच्छ वरदान है जबकि आज जल प्रदूषण, थल प्रदूषण, वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण बहुत विराट समस्या बन चुके हैं I
आज हमारे देश की नदियां बहुत प्रदूषित हो चुकी हैं, नदियों के किनारे लगे कारखाने अपना सारा कूड़ा नदियों मैं फैंक देते हैं I इससे सारी नदियां बहुत प्रदूषित हो चुकी है, कभी जीवनदायनी कहलाने वाली गंगा आज जहरीली हो चुकी है। देश में कारखानों और गाड़ियों की बढ़ती संख्य़ा से हवा भी जहरीली हो गयी है जिसके कारण लोगों में बहुत सारी बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं।
वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण की वजह से लोग आकस्मिक मौत मर रहे हैंI देश में प्लास्टिक के प्रयोग से मिटटी भी प्रदूषित हो रही है I इसकी उपजाऊ क्षमता बहुत कम हो रही है, फसल में रसायनिक खाद और हानिकारक कैमिकलों के प्रयोग से मिटटी की उर्वरा क्षमता बहुत कमजोर हो गयी है। इस मिट्टी से विषाक्त फल-फूल पैदा हो रहे हैं।
इसका मुख्य कारण किसानों में जागरूकता का न होना है I ध्वनि प्रदूषण भी एक भयंकर समस्या है I वाहनों के बढ़ते शोर, लाउड स्पीकरों के शोर से और शादी-समारोह में बढ़ते डी जे के बढ़ते चलन से लोगों में सुनने की क्षमता कम हो रही है, खासकर बच्चे इसका बहुत जल्दी शिकार हो रहे है I प्रदूषण समस्या को रोकने के लिए लोगों का जागरूक होना बहुत जरुरी है I
इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए लोगों को खुद काम करना पड़ेगा जैसे प्लास्टिक का प्रयोग न करना, शादी-समारोह में डी जे आदि का प्रयोग न करना, धुंआ आदि न फैलाना, पानी में कचरा और कैमिकल न फैंकना I यदि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे तो इन भयंकर समस्याओं से आसानी से निपटा जा सकता है I
धरती पर बढ़ता प्रदूषण
हमारी धरती आज बहुत समस्याओं से जूझ रही है। इसमें बढ़ता प्रदूषण एक गम्भीर समस्या है। हमारे लिए प्रकृति एक स्वच्छ वरदान है जबकि आज जल प्रदूषण, थल प्रदूषण, वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण बहुत विराट समस्या बन चुके हैं I
आज हमारे देश की नदियां बहुत प्रदूषित हो चुकी हैं, नदियों के किनारे लगे कारखाने अपना सारा कूड़ा नदियों मैं फैंक देते हैं I इससे सारी नदियां बहुत प्रदूषित हो चुकी है, कभी जीवनदायनी कहलाने वाली गंगा आज जहरीली हो चुकी है। देश में कारखानों और गाड़ियों की बढ़ती संख्य़ा से हवा भी जहरीली हो गयी है जिसके कारण लोगों में बहुत सारी बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं।
वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण की वजह से लोग आकस्मिक मौत मर रहे हैंI देश में प्लास्टिक के प्रयोग से मिटटी भी प्रदूषित हो रही है I इसकी उपजाऊ क्षमता बहुत कम हो रही है, फसल में रसायनिक खाद और हानिकारक कैमिकलों के प्रयोग से मिटटी की उर्वरा क्षमता बहुत कमजोर हो गयी है। इस मिट्टी से विषाक्त फल-फूल पैदा हो रहे हैं।
इसका मुख्य कारण किसानों में जागरूकता का न होना है I ध्वनि प्रदूषण भी एक भयंकर समस्या है I वाहनों के बढ़ते शोर, लाउड स्पीकरों के शोर से और शादी-समारोह में बढ़ते डी जे के बढ़ते चलन से लोगों में सुनने की क्षमता कम हो रही है, खासकर बच्चे इसका बहुत जल्दी शिकार हो रहे है I प्रदूषण समस्या को रोकने के लिए लोगों का जागरूक होना बहुत जरुरी है I
इन सभी समस्याओं से निजात पाने के लिए लोगों को खुद काम करना पड़ेगा जैसे प्लास्टिक का प्रयोग न करना, शादी-समारोह में डी जे आदि का प्रयोग न करना, धुंआ आदि न फैलाना, पानी में कचरा और कैमिकल न फैंकना I यदि हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे तो इन भयंकर समस्याओं से आसानी से निपटा जा सकता है I