I need meanings of these two dohe
मित्र!
हम एक बार में केवल एक प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। अतः दूसरा दोहा दोबारा से पूछें। पहले दोहे का अर्थ इस प्रकार है।-
लोग कहते हैं कि जब तक कोई व्यक्ति बात नहीं करता है, तब तक उसके अच्छे या बुरे होने का पता नहीं चलता है। जब वह बात करता है, तो पता चलता है कि वह कैसा है? कौवा और कोयल देखने में एक से लगते हैं। मगर वसंत ऋतु के आने पर पता चल जाता है कि कौन कौवा है और कौन कोयल?
हम एक बार में केवल एक प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। अतः दूसरा दोहा दोबारा से पूछें। पहले दोहे का अर्थ इस प्रकार है।-
लोग कहते हैं कि जब तक कोई व्यक्ति बात नहीं करता है, तब तक उसके अच्छे या बुरे होने का पता नहीं चलता है। जब वह बात करता है, तो पता चलता है कि वह कैसा है? कौवा और कोयल देखने में एक से लगते हैं। मगर वसंत ऋतु के आने पर पता चल जाता है कि कौन कौवा है और कौन कोयल?