In the lesson premchand ke fate joothe, lekhak ne aise kyoon kaha hai ki "sabhi nadiyaan pahaad ko thode hi fodthi hein "
मित्र इस वाक्य में पहाड़ जो समाज में विद्यमान कुरीतियों तथा परंपराओं को दर्शाते हैं। प्रेमचंद को उन्होंने नदी कहा है। यहाँ लेखक नदी है, जो समाज में व्याप्त कुरीतियों तथा परंपराओं पर प्रहार करते हैं। लेखक कहना चाहता है कि हर लेखक ऐसा नहीं करता है। कुछ ही लेखक ऐसा करते हैं और करने में सफल हो पाते हैं।