Inspired to practice Yoga and Pranayam regularly in the morning by writing a letter to his younger brother staying in the hostel
In hindi

प्रिय विद्यार्थी , 

पत्र लेखन 

पता - 
दिनांक - 

प्रिय भाई , 
मैं स्वस्थ और कुशल हूँ और तुम्हारे कुशल और स्वस्थ होने की कामना करता हूँ । तुम अपने पढ़ाई के साथ -साथ अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया करो , क्योंकि अगर हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा तभी हम सही से अपनी पढ़ाई भी कर सकेंगे । मैं तुम्हें यह सुझाव दूँगा कि अपनी पढ़ाई के साथ तुम योगा और प्राणायाम पर भी ध्यान दो । योगा और व्यायाम का हमारे जीवन में बहुत ही महावपूर्ण योगदान है । इससे हमारा स्वास्थ्य तो अच्छा रहता है ही और साथ ही हमारे भीतर स्फूर्ति आ जाती है , हमारा आलस्य भाग जाता है । और इन सब के अलावा तुम्हें अपने खान-पान पर भी ध्यान देना होगा । ये सब हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखते हैं । 
इस पत्र में इतना ही । घर में सभी सकुशल हैं और सभी ने तुम्हें प्यार भेजा है । अपनी दिनचर्या के विषय में जरूर लिखना । तुम्हारे पत्र का इंतजार रहेगा । 
तुम्हारा भाई 
क ख ग 

इस आधार पर आप पत्र लिख सकते हैं । 

आभार । 

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प्रिय ____

तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ । यह जानकर अति प्रसन्नता हुई कि तुम कुशलपूर्वक हो तथा अपनी पढ़ाई पूरी मेहनत और लगन से कर रहे हो ।

मनुष्य के जीवन में अध्ययन के साथ-साथ नित्य खेल-कूद व व्यायाम का भी विशेष महत्व है । अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है कि मनुष्य दैनिक कार्यों के अतिरिक्त व्यायाम आदि पर भी ध्यान दे । खेल-कूद व व्यायाम से शरीर में रक्त संचार सुचारू रूप से होता है जो व्यक्ति को हृष्ट-पुष्ट रखता है । इसके अतिरिक्त प्रात:काल स्वच्छ वायु में भ्रमण से शरीर और मन के विकार दूर होते हैं । फुटबाल, हॉकी, बैडमिंटन आदि सभी खेल व्यायाम का ही एक रूप हैं ।

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