Is prashn ka uttar de
Experts
प्रिय विद्यार्थी ,
आपके प्रश्न का उत्तर है -
हरिहर काका अपने भाइयों की उनकी जायदाद के प्रति लालच और उनके स्वार्थ को जानकार व्यथित होकर ठाकुड़बाड़ी चले गए ।
आभार ।
आपके प्रश्न का उत्तर है -
हरिहर काका अपने भाइयों की उनकी जायदाद के प्रति लालच और उनके स्वार्थ को जानकार व्यथित होकर ठाकुड़बाड़ी चले गए ।
आभार ।