Kabir ka sakiya
उत्तर- कबीर की साखियाँ कबीर के अनुभव और गहनता से खोजे गए सत्य पर आधारित है।
उनकी हर साखी मनुष्य को सीख देती है और जीवन के नैतिक मूल्यों के महत्व को दर्शाती है।
जैसे- मनुष्य को सदैव ऐसी वाणी बोलना चाहिए जिससे बोलने और सुनने वाले दोनों को ही सुख और शीतलता मिले। इससे आपके मन को भी शांति मिलेगी तथा जिससे आप बात कर रहे हैं उनके अंदर भी आपके लिए आदर हमेशा रहेगा।
मनुष्य को अहंकार का त्याग कर देना चाहिए। क्योंकि अहंकार वह आग है जो अपने सामने सारी चीजों को भस्म कर देती है तथा इंसान को कुछ ऐसी चीजों के लिए मजबूर कर देती है जिसका उसे होश भी नहीं रहता।
अपने आलोचकों को अपने आसपास ही जगह देना चाहिए ताकि व्यक्ति का स्वभाव परिष्कृत हो सके और आप खुद को दिन प्रतिदिन अच्छा बना सके यह आपके लिए ही बेहतर रहता है।
ईश्वर प्राप्ति के लिए मनुष्य को उचित प्रयास करना चाहिए जिसके लिए यह समझना आवश्यक है कि उसका वास घट-घट में है। बाहर की वस्तुओं को छोड़ अगर इंसान खुद में ही सुधार लाएगा तो उसे ईश्वर की प्राप्ति जल्द होगी।
उनकी हर साखी मनुष्य को सीख देती है और जीवन के नैतिक मूल्यों के महत्व को दर्शाती है।
जैसे- मनुष्य को सदैव ऐसी वाणी बोलना चाहिए जिससे बोलने और सुनने वाले दोनों को ही सुख और शीतलता मिले। इससे आपके मन को भी शांति मिलेगी तथा जिससे आप बात कर रहे हैं उनके अंदर भी आपके लिए आदर हमेशा रहेगा।
मनुष्य को अहंकार का त्याग कर देना चाहिए। क्योंकि अहंकार वह आग है जो अपने सामने सारी चीजों को भस्म कर देती है तथा इंसान को कुछ ऐसी चीजों के लिए मजबूर कर देती है जिसका उसे होश भी नहीं रहता।
अपने आलोचकों को अपने आसपास ही जगह देना चाहिए ताकि व्यक्ति का स्वभाव परिष्कृत हो सके और आप खुद को दिन प्रतिदिन अच्छा बना सके यह आपके लिए ही बेहतर रहता है।
ईश्वर प्राप्ति के लिए मनुष्य को उचित प्रयास करना चाहिए जिसके लिए यह समझना आवश्यक है कि उसका वास घट-घट में है। बाहर की वस्तुओं को छोड़ अगर इंसान खुद में ही सुधार लाएगा तो उसे ईश्वर की प्राप्ति जल्द होगी।