Kabir ki saampradayikta par apne vixhar likhiye.
कबीर का मानना था कि समाज में सभी धर्मों के लोगों को प्रेम और भाईचारे के साथ रहना चाहिए। वह धर्म में व्याप्त आंडबरों का विरोध करते थे। उनका मानना था कि ये आडंबर लोगों को अलग किए हुए हैं। लोग इनके कारण मानवता से अलग हैं और दूसरे को हेय दृष्टि से देखते हैं।